आज कुछ की है नई शुरुआत की रहने लगी हूं खुश अब तन्हा
कुछ असर हुआ है इस बार इन ठंडी हवाओं का मुझ पर बिगड़ने लगी हूं अपनी हर दिलकशी बयां
कुछ तो राज है दिल में किए हुए दफन
मिलने लगी है अब हर बात में खुशी बेइंतहा बेइंतहा ….
डायरी बंद करते हुए खुशी महसूस हुई क्योंकि आज उसकी यह कविता पूरी हो चुकी थी । हमेशा की तरह आज भी वह चाय का कप लेकर खुले आसमान के नीचे छत पर चली गई । वह आज का पूरा दिन प्लान कर रही थी क्योंकि आज रिजल्ट जो आने वाला था और उसकी जिंदगी का एक नया सफर शुरू होने जा रहा था
अचानक से फोन की आवाज सुनाई दी🎶🎶
हेलो रिचा कैसी हो फोन उठाकर कशिश ने कहा
रिचा : हेलो कशिश कहां हो तुम आज हमारे रिजल्ट आ चुका है और हर बार की तरह इस बार भी तुमने टॉप किया है । कॉलेज में सब तुम्हारा वेट कर रहे हैं और मैं भी पास हो चुकी हूं जल्दी से कॉलेज आ जाओ ।
सब कुछ रिचा ने एक साथ कह दिया
कशिश : अरे तुम सांस तो लो । मैं बस थोड़ी देर में आ रही हूं ।
कहते हुए कशिश ने फोन रख दिया ।
और दौड़ते हुए रसोई में जाकर अपनी मम्मी के गले लग गई खुशी से हंसने लगी।
Mrs अरोड़ा – क्या हुआ बेटा इतनी खुशी
कशिश हंसते हुए बोली खुशी की ही बात है मैंने पूरा कॉलेज टॉप किया है रिचा का भी फोन आया था उसने बताया और मुझे कॉलेज भी जाना है । Mrs अरोड़ा ने कशिश को बर्थडे विश किया और उसको गले लगाकर अपनी खुशी जताई ।
यह खुशी का माहौल चल ही रहा था कि mr अरोड़ा – रसोई मे आए और गरमा गरम जलेबी कशिश के मुंह में डालते हुए बोले हैप्पी बर्थडे बेटा । कशिश ने दबी हुई अवाज में कहा थैंक यू पापा । क्योंकि मुंह में जलेबी जो थी अब आज ही पूरी तरह नहीं निकल पाई ।
और जैसे ही कशिश ने अपना रिजल्ट बताया खुशी कई गुना बढ़ गई। और इसी बीच कॉलेज से मिस्टर अरोड़ा को फोन आ गया जो की कशिश अरोड़ा की रिजल्ट के लिए था ।
और मिस्टर नील अरोड़ा को बधाई दी गई।
इस फोन कॉल के बाद नील ने कशिश से कहा यह मेरे लिए बहुत ही खुशी की बात है हमेशा ऐसे ही करते रहना।
और इसी बीच कशिश ने कहा मुझे कॉलेज जाना है सभी दोस्त मेरा वहां इंतजार कर रहे हैं।
और कशिश ने किचन के बाहर रखा अपना बैग उठाया और जोर से चिल्लाते हुए आई लव यू ममा पापा बोलते हुए बाहर निकल गई ।
कशिश ने बाहर रखी अपनी स्कूटी ली और सीधा कॉलेज की तरफ चली गई।
कुछ आधे घंटे के रास्ते के बाद वह कॉलेज के आगे थी और मन ही मन सोच रही थी के अब यह कॉलेज भी उसकी यादों में जुड़ जाएगा की इतने में उसे उसके दोस्तों की जोर जोर से आवाज सुनाई देने लगी कशिश कशिश …
वह कुछ सोच पाती इतने में उसकी स्कूटी को टक्कर लग गई और वह अचानक से जमीन पर गिर गई बड़ी अजीब सी स्थिति थी उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था यह क्या हो गया वह खुद को संभालते हुए उठने की कोशिश कर रही थी कि इतने मे
उसके सामने एक हाथ दिखाई दिया और आवाज आई कि तुम ठीक तो हो ना
कशिश ने यह सुनकर अपना मुंह आया और अपने बिखरे बाल पीछे की और किए
खुद से उठी और गुस्से से उसे सुनाने लगी तुम्हें दिखाई नहीं देता अंधे हो तुम गाड़ी चलानी नहीं आती तो लेते क्यों हो तुम जैसे लोगों की वजह से मासूम लोगों को चोट पहुंचती है और ….
सामने खड़ा लड़का जो कि लगभग कशिश की उम्र का था उसे देखता रह गया उसके मासूम से चेहरे उसकी बड़ी-बड़ी नीली आंखें वो उनमें खो ही गया
कशिश के दोस्त पूछने लगे तुम ठीक तो हो ना कशिश चोट तो नहीं लगी लेकिन कशिश का गुस्सा सर आसमान चढ़ रहा था ।
यह सब चल ही रहा था कि अचानक कोई लड़की गाड़ी से उतरे और बाहर आकर कहा तुम मिडिल क्लास लोगों की यही प्रॉब्लम है कहीं से भी पैसे निकलवाने का सोचते हो ऋषि तुम्हें इनसे बात करने की जरूरत नहीं है यह कहते हुए उस लड़की ने कशिश के हाथ में नोटों का एक बंडल रख दिया और कहां निकलो यहां से ।
कशिश का गुस्सा सातवें आसमान के पार था और उसने वह नोट का बंडल उसे लड़की के मुंह पर दे मारा और बोली पहले जाकर अपनी आंखों का इलाज करवाओ बाद में बकवास करना । इसी बीच लड़का बोला एम सो सॉरी मेरी गलती है मेरा ध्यान कहीं और था सॉरी तुम ठीक तो हो ना ।
और उस लड़की पर गुस्सा करने लगा मोनिका तुम्हें कितनी बार समझाया है तुम्हें थोड़ा सा भी आईडिया है तुम क्या कर रही हो और यह सब क्यों जाओ अंदर गाड़ी में बैठो और उससे पहले इन से माफी मांगो । मोनिका गुस्से भरी निगाहों से ऋषि की ओर देखने लगी और कहा मैं माफी वो भी इससे वह गुस्से में गाड़ी में जाकर बैठ गई ।
ऋषि ने फिर से कशिश से माफी मांगी ।
और कशिश को देखने लग गया
कशिश के दोस्त कशिश को कॉलेज में ले गए ऋषि और मोनिका गाड़ी में निकल गए ।
जैसे ही कशिश कॉलेज कैंटीन में पहुंची ।
सब उसको बर्थडे विशेस दे रहे थे और टॉप करने की शुभकामनाएं भी ।
इतने में विराट कशिश का क्लासमेट और रिचा का भाई कशिश से कहने लगा हैप्पी बर्थडे टॉपर । पार्टी का क्या प्लान है डबल सेलिब्रेशन का दिन है आज तो ?
कशिश अपनी नीले गहरी आंखों में राहत लाते हुए कहती है हां हां वीरू मेरे भाई चल घर पर चलते है ओर भाई भी तो आएंगे आज पूरे 4 सालो बाद उनसे मिलेंगे । रिचा की खुशी की सीमा ही नहीं थी क्योंकि पहली बार अर्जुन से बिना मिले वो भी दूर रही थी आखिर उनकी सगाई भी तो तय हो रखी थी । विराट खुशी से – क्या भाई आएंगे चलो फटाफट चलते है।
कशिश – हां चलो ओर हां शाम को मेरे घर है रुक जाना क्यूंकि कल इंटरव्यू भी देना है ना रिचा की कंपनी में से ही मुझे कॉल आया है ।
और सब ओर भी ज्यादा खुश हो जाते है और घर के लिए निकल जाते है ।
शाम की पार्टी से कुछ देर पहले अर्जुन भी आ जाता है । और कशिश की खुशी कई गुनी बढ़ जाती है अपने भाई से 4 साल बाद जो मिली है । 4 सालो से ऑस्ट्रेलिया में पापा का बिजनेस संभालने में इतना खो गए थे कि अब घर आए है कशिश ने नाराज होते हुए कहा ओर ये आदेश भी सुना दिया कि अब आप कहीं नहीं जायेंगे ।
और इस बात ओर मुस्कुराते हुए mrs अपर्णा अरोड़ा बोली बेटा इस बार तुम्हारे भाई कहीं नहीं जायेंगे बल्कि हम जाएंगे तो फिकर मत करो ।
कशिश को तो एक अलग ही जटका लग गया कि बस आप सब ऐसे क्यू करते हो मेरे साथ ।
पहले इतने सालो बाद अब सभी साथ मे है और अब आप जाने की बात कर रहे हो
और पापा ने मुझे बताया तक नहीं ।
नील ने कहा कि बेटा गुस्सा मत करो काम भी तो जरूरी है अब से नील यहा का बिजनेस संभालेगा । तुम्हारे साथ रहेगा और साथ ही में रिचा का कॉलेज भी ख़तम हो गया है तो वो भी अब यहां रह लेगी अब कॉलेज का भी बहाना नहीं चलेगा ओर जा हॉस्टल मे रहने की जरूरत है और साथ में विराट भी यही रहेगा । इस बात पार कशिश ओर अर्जुन तो खुश हो गए । पर विराट ओर रिचा एक दूसरे को चेहरा देख रहे थे और इस बात को सुनकर थोड़ा अजीब भी फील कर रहे थे और मना करने जा रहे थे । रिचा बोली नहीं अंकल इसकी क्या जरूरत है । हम यहां आते जाते रहेंगे पर घर पर रुकना । पर नील ने कहा बेटा तुम भी हमारी बेटी हो ओर साथ मे ये घर भी तुम्हारा है । अगर सुबेध ओर पूजा का ऐक्सिडेंट ना हुआ होता ओर वो अब तक साथ होते तो तुम अब तक इस घर की बहू बन चुकी होती । और तुम हमारे होने वाली बहू ही नहीं बेटी हो । जैसे कशिश है वैसे तुम इस बात पर रिचा की आंखे भर आयी । और वो नील ओर अपर्णा के गले लग गई । Thank you very much पापा ममा कहते हुए थोड़ा सिसकियां भरने लगी । अर्जुन विराट को गले लगाकर उसको अच्छा महसूस करवाने लगा । और ये सब देखते हुए कशिश माहौल को हलका करने की कोशिश में बोली कि को सब इमोशनल हो गए मेरा दिन है आज । आज तो मत ऐसे करो ओर पार्टी के लिए गेस्ट भी आए हुए है। और सब अपनी नम आंखो में चमक लाते हुए हां हां बिल्कुल । और फिर पार्टी में एंजॉय करने लगे । लगभग 10 बज चुके थे पार्टी ख़तम हो चुकी थी सब जा चुके थे । कशिश ओर रिचा रसोई में काम करने वाले राजू काका की मदद करने लगे । और जब सब काम ख़तम हुआ रूम में जाकर देखा 12 बजने में 10 मिनट रह चुके थे । थके हारे दोनों ने कपड़े बदले गिफ्ट समेटे ओर बेड पर जाकर बैठ गए ।
अभी कुछ देर ही हुई थी कि विराट भी आ गया । और इतने में कशिश ने विराट को मजाक में चिढ़ाते हुए कहा बन्दर तू जा यहां से मुझे अभी कल के इंटरव्यू की तैयारी मे रिचा की मदद चाहिए । निकलो तुम परेशान मत करो । और इतने में अर्जुन भी आ गया । मेरी प्रिंसेस तुम्हे क्या जरूरत है ये सब करने की । तुम आराम से ट्रिप पर जाओ एंजॉय करो और आकर अपनी कंपनी ज्वॉइन कर लेना । लेकिन ये प्रिंसेस गुस्से से बोली भाई जोब तो मे करूंगी । मुझे आपके ओर डड के बिजनेस में कोई इंटरस्ट नहीं है । मैं खुद से कुछ करना चाहती हुए कुछ बनना चाहती हूं। और अर्जुन ने मजाक बनाते हुए कहा मुझे मालूम है मेरी मां । पर तू अगर 1 वीक में जोब नहीं लगी तो अपनी कंपनी ज्वॉइन करेगी इससे आगे मे कुछ नहीं कहना चाहता । अर्जुन को मालूम था कि कशिश अब पूरी कोशिश करेगी ओर मेहनत ओर भी ज्यादा करेगी ये सोचते हुए वो खुद के रूम में चला गया ।
ओर ये लाइन्स कशिश को चैलेंज लग रही थी रिचा सो गई । और वही कशिश ने घड़ी देखी तो 2 बजने वाले थे । और वो खुद की इंटरव्यू के लिए फाइल तैयार करने लग गई और वही सोफे पर ही सो गई जिसका उसे आईडिया भी नहीं था ।