कशिश की पूरी रात की नींद थी तो बिना सपने के गहरी नींद में सो रही थी शाम 6:00 बजे ऋषि के फोन के साथ ही उसकी नींद खुली है उसने ऋषि को कहा कि तैयार हो रही हैं और तुम तक तुम भी पहुंच जाओ
ऋषि मैं अम्मा को फोन किया और कहा कि वह 8:00 बजे तक दोनों पहुंच जाएंगे यह कहकर ऋषि ने फोन काट दिया और खुद तैयार होने लगा
करीब 8:00 बजे ऋषि और कशिश अम्मा के पास पहुंच गए अम्मा ने एजेंट को बुलाया और कशिश ने एजेंट को वह फाइल थमा दी सारी फाइल देखने और कशिश की बातें सुनने अर्जेंट में कशिश का साथ देने का फैसला किया
एजेंट ने कहा किसी से जिस तरह तुम्हारे मम्मी पापा की हत्या हुई है कुछ इस प्रकार से ही मेरे साथ हुआ है और मैंने ही उस घटना की खुद ही जांच की और उन दरिंदों को सजा दिलवाई फिर मैं एजेंट बना
इसी मेरा नाम संजय है पर इस मिशन के लिए मेरा कोड वर्ड में नाम होगा d7
कशिश ने कहा ओके d7 तुम्हारा और मेरा मिशन स्टार्ट है
एजेंट ने कहा वो इस पर अपनी जांच पूरी कर प्लान बना 5 दिन में तुम्हें कांटेक्ट करेगा कशिश भी उसकी बातों से सहमत हो गई और अब कशिश के कंधों से इस मिशन का आज आधा भार कम हो चुका था अब इस मिशन के साथ-साथ खुद के करियर के बारे में भी सोचने का उसी टाइम मिल गया था और कशिश ने अपनी स्टडी में टाइम मैनेजमेंट का पूरा कोर्स किया था इसलिए उसे टाइम मैनेज करने का पता था
कशिश को दो फैसले करने थे एक बड़ी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करेगी या वह खुद का स्टार्टअप शुरू करेगी बस इसी बारे में ही कशिश को आगे फैसला लेने था
ऋषि ने भी कहा कि वह भी तुम्हारे मिशन के लिए हॉलीडे का प्लान बना रहे हैं कशिश ने पहले तो ऋषि को मना किया पर ऋषि के समझाने पर कशिश ने इस बारे में हा कर दी
अब 5 दिन पूरे होने वाले थे कशिश सुबह से ही एजेंट के कांटेक्ट के इंतजार में थी तभी अर्जुन ने कशिश को आवाज लगाई कशिश तुम्हारी पोस्ट आई है तुम पोस्टमैन से पोस्ट कलेक्ट कर लो
पोस्टमैन ने कशिश के हाथों में पोस्ट लिफाफा थमा दिया उस लिफाफे में एक लेटर था
यह लेटर एजेंट का था जिसमें मिलने का एड्रेस और टाइम था कशिश ने ऋषि को इस बारे में बताया और दोनों तैयार होने लगे एजेंट से मिलने के लिए
कशिश काफी उत्साहित थी क्योंकि उस मिशन का वर्किंग टाइम अब शुरू होने वाला था कशिश और ऋषि उस एड्रेस पर पहुंचे
एड्रेस पर पहुंचने पर एजेंट ने कहा मिस्टर अरोड़ा और अर्जुन के ऑस्ट्रेलिया में कोई पार्टनर या बेस्ट फ्रेंड है
उसे उस पर डाउट है और यह काम उसने पूरी प्लानिंग के साथ किया है
एजेंट d7 ने कहा कि कशिश मैं उन सभी लोगों के नाम और डिटेल जानना चाहता हूं तुम्हें बस उन लोगों के नाम और डिटेल लाने हैं
कशिश को भी डिटेल लाने का आईडिया सो चुका था क्योंकि कशिश को पता था कि अर्जुन और उसके पापा के सभी दोस्तों का एक फेसबुक ग्रुप है जिसमें सब लोग ऐड हैं
बस अब कशिश को उनके बारे में डिटेल लाकर एजेंट को देनी थी और वह
इस कार्य में चुकी थी…..