ऋषि की गाड़ी कैफे की ओर दौड़ रही थी और ऋषि के ख्याल से भी ज्यादा तेज दौड़ रहे थे कैफे पहुंचकर ऋषि ने जल्दी से गाड़ी से उतर कर कशिश की तरफ़ वाला गेट खोला और कशिश का हाथ थाम कर उसे कैफे की उस टेबल तक ले गया जो उसने बुक की थी कशिश जैसे ही टेबल के पास पहुंची किसी ने घुटनों के बल बैठकर कशिश का हाथ थाम कर कशिश के लिए लिखी लाइने कहने लगा-
“मोहब्बत रंग दे जाती हैं,जब दिल से दिल मिलता है!
लेकिन मुश्किल ये है कि ये दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है।।”
कशिश ने ऋषि के उन लाइनों की तारीफ करते हुए कहा-“वह तुम तो शायर हो कमाल की शायरी करते हो”
ऋषि आगे कहने लगा-
“कशिश शायद मुझे लगता है कि वह दिल मुझे तुम्हारा मिला है जब तुम्हें पहली बार देखा था तभी मैं तुम्हारा दीवाना हो गया था आज बड़ी मुश्किल से तुम्हारे सामने इजहार कर पाया हूं मुझे पता है कि अगर तुम मना कर दोगी तो मैं तुम्हें और तुम्हारी दोस्ती को भी खो दूंगा पर कशिश मुझे मेरे प्यार पर पूरा यकीन है आई लव यू”
ऋषि यह सब बातें एक साथ में ही बोल गया था
कशिश ऋषि पर भरोसा करती थी और उसे पसंद भी करती थी वह भला मना कैसे कर पाती
परंतु कशिश ने मजाकिया अंदाज में कहा-“ऋषि मैं तुमसे बहुत गुस्सा हूं मुझे पहले लंच तो करने दो और रही प्यार की बात तो तुम मुझसे कितना करती हो इस पर तो भगवान को भी शक नहीं है अरे पागल I love You Too
आज ऋषि को लग रहा था कि धरती पर सबसे खुशनसीब बस हुई है उसकी खुशी की कोई सीमा नहीं थी उसकी खुशी संभाले भी मैं संभल रही थी किसी मन ही मन उछल रहा था
ऋषि ने जेंटलमैनशीप दिखाते हुए कशिश को कुर्सी पर बिठाया ऋषि का यह लंच उसकी जिंदगी का सबसे बेस्ट लंच था ऋषि और कशिश ने लंच किया और ऋषि ने काउंटर पर पे किया और कशिश को वापस आफिस छोड़ने के लिए ऋषि गाड़ी की तरफ बढ़ गया
आज ऋषि इतना खुश था जितना शायद वह पहले कभी नहीं हुआ था आज थोड़ी ही देर में न जाने कब कोशिश का ऑफिस आ गया पता ही नहीं चला ऋषि ने कशिश को मुस्कुराते हुए कहां कशिश थैंक यू सो मच मेरा प्रपोजल एक्सेप्ट करने के लिए किसी कशिश को फिल्म के लिए पूछना चाहता था पर उसे पता था कि कशिश अपने ऑफिस के काम में काफी व्यस्त हैं इसलिए उसने कशिश को नहीं पूछ रहा ही ठीक समझा ऋषि कशिश के पास गया
ऋषि ने कशिश के हाथों को चुम्मा और बाय कह कर अपनी गाड़ी कि मैं बैठ गया और हॉस्पिटल की तरफ निकल गया आज ऋषि अकेला नहीं था उसके साथ उसके भविष्य के ख्याल थे वह भी एकदम खुशनुमा एक शानदार मौसम की तरह एक अलग प्रकार की मुस्कुराहट चेहरे पर लिए कशिश की गाड़ी धीरे धीरे चल रही थी