अभी 4 5 दिन बीत चुके थे जैसे तैसे सब नॉर्मल हो रहा था । कशिश भी अब अपने काम करती टाइम से घर जाती ओर अकेली को कोई जाने नहीं देता था चाहे कोई लेने आए चाहे ऋषि छोड़ने जाए कुछ ऐसा ही चल रहा था ।
अचानक आफिस से निकलते टाइम कशिश को फोन कॉल आया । जो कि रिचा का था जिसमे उसे जल्दी आने को कहा गया था ।
आज ऋषि के बिना आए ही वो अकेले निकल गई । जैसे ही घर के दरवाजे पर पहुंची । उसको अर्जुन की रोने की आवाज आ रही थी । घबराहट से एकदम कशिश की सांसे थम गई थी वो डरते डरते dinning रूम मे आयी और अर्जुन उसके गले लगकर रोने लगा उसकी रोता देखकर कशिश की बैचेनी बढ़ गई थी । कुछ देर लगातार रोने के बाद सिर्फ एक शब्द निकला अर्जुन से – ममा पापा ।
कशिश क्या हुआ भाई बोलो भी
अर्जुन फूट फूट कर रोने लगा ओर कशिश भी थम सी गई उसको समझ नहीं आ रहा था कि क्यू उसे गलत लग रहा है सब
अर्जुन बस बोला जल्दी चलो अभी फ्लाइट है अपनी Australia जाना है । और कशिश भाई पर क्या हुआ अर्जुन कुछ जवाब नहीं दे रहा था सब अनसुना करके वहा से कशिश के साथ निकल गया । कशिश डर रही थी
कुछ देर बाद एयरपोर्ट पर आए आगे रिचा ओर विराट भी खड़े थे । विराट बोला भाई थोड़ी देर में फ्लाइट है ।वेट करना पड़ेगा । कशिश रिचा के पास गई । क्या हुआ बताओ भाई क्यू रो रहे हैं और ममा पापा क्या हुआ सब ठीक है ना । रिचा अर्जुन की तरफ देखते हुए कहती है कि वो अब वो पापा जी म्मी जी का ऐक्सिडेंट हो गया है । वो हॉस्पिटल में है । कशिश क्या कैसे ऐसे कैसे हुआ ओर कब हुआ ये सब ?
कशिश डर के मारे रुक सी गई ना वो रो रही थी ना ही बोल रही थी बस जाकर एक जगह बैठ गई । कुछ घंटों के सफ़र के बाद जब पता चला कि mr अरोड़ा सही है पर miss Arora जा चुकी है ।
ये सब सुनकर कशिश को एक नया झटका मिला लेकिन उसने जब भाई को देखा तो वो अपने आप को मन ही मन समझा रही थी कि नहीं । उसने सबको संभाला ओर कुछ दिन बाद mr अरोड़ा को वापिस इंडिया ले आए । इस सबके बाद कशिश कहीं खो सी गई थी । बोलना बन्द कर चुकी थी आफिस जाना शुरू तो किया पर किसी से बात करना नहीं चुप चाप अपने काम करती ओर घर आ जाती । ऋषि को सब पता था वो कशिश से बोलना चाहता था बात करना चाहता था इसलिए अक्सर अपने हॉस्पिटल से टाइम निकालर आफिस आ जाया करता है । क्यूंकि वो doctor था तो वो बहुत मुश्किल से टाइम निकल पाता पर कशिश को गुमसुम देखकर उसकी हिम्मत नहीं होती की वो उसकी चुप तोड़ सके ।
लगभग एक महीना बीत चुका था ।एक दिन अर्जुन के पास कॉल आया जो कि ऑस्ट्रेलिया से था कशिश भी उसके रूम मे ही जा रही थी लेकिन कुछ सुनकर वो वही रुक गई । उसने अर्जुन को बोलते हुए सुना कि close this case we don’t want to do any case we are taken our case to you
ये सब सुनकर कशिश को ये आईडिया लग चुका था कि कुछ तो ऐसा हुआ है जो उससे छुपाया जा रहा है । लेकिन क्या कशिश ने भाई के फोन को किसी बहाने से लिया ओर वो नंबर नोट किए । और जब बात की तो पता लगा कि वो मर्डर था ना कि ऐक्सिडेंट
कशिश अभी खुद को संभाल कर अपने आंसू रोक रही थी ।
और अपने रूम मे जाकर अपना मेल चेक करने लगी जिस पर उसे वो केस की सारी डिटेल मिल चुकी थी ।
कशिश कुछ देर तक बस सोच मे पड़ गई ना जाने कितने सवाल थे जिनके जवाब उसको मालूम नहीं थे ओर उसका सफ़र एकदम बदल चुका था ।
जिसे उसे अकेले को ही पूरा करना था ।