अब तक आपने पढ़ा:
अरुण ने अब्दुल्लाह को बॉम्ब ब्लास्ट में हेल्प करने के लिए साफ मना कर दिया था और यह बात सिमरन को पता लगी तो उसने अब्दुल्लाह से कहा कि वो आ रही है। उसी वक़्त अरुण का फोन भी अब्दुल्लाह के आदमियों ने जब्त कर लिया।
अब आगे:
अब्दुल्लाह ने फोन को स्विच ऑफ कर दिया और राहत की सांस ली कि अरुण किसी को इनफॉर्म नहीं कर पाया। कुछ देर में सिमरन वहां पहुंच गई और बोली, “चलो ड्रामा शुरू करो।”
उसके बाद अब्दुल्लाह के दो आदमियों ने सिमरन को पकड़ कर उसी कमरे में ले जाकर बंद कर दिया जिसमें पहले से अरुण बंद था।
सिमरन (रोते हुए) – अरुण ये लोग कौन हैं? मुझे क्यूं ले कर आए हैं यहां? और तुम इनका कौन सा काम नहीं कर रहे? प्लीज़ ये जैसा बोल रहे हैं वैसा करो ना! वरना ये हम दोनों को मार देंगे। मुझे ये लोग बिल्कुल ठीक नहीं लग रहे। मैं अभी इतनी जल्दी मरना नहीं चाहती।
अरुण – अच्छा, तुम्हें पता है अमित यहां आया हुआ है?
सिमरन – नहीं तो।
अरुण – मैंने तुम्हारी और अमित की बात सुबह सुन ली थी। तुम मेरे साथ ऐसा कर सकती हो, ये मैंने सोचा भी नहीं था। जाओ दफा हो जाओ यहां से और अपने साथियों से कह दो कि मैं उनका काम किसी भी हाल में नहीं करने वाला।
सिमरन – आई एम सॉरी अरुण। मुझे पैसों के लालच में ये सब करना पड़ा, पर तुम सच में बहुत अच्छे हो, मैं सच में तुमसे प्यार करने लगी हूं। प्लीज़ तुम एक बार इन लोगों को हां कर दो और यहां से बम लेकर बाहर निकलो, आगे इस झमेले से निकलने का इंतजाम मैं कर लूंगी। मेरा यकीन करो।
अरुण – मुझे तुम पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। तुम निकल जाओ यहां से।
सिमरन वहां से बाहर निकल गई और अब्दुल्लाह के पास जाकर बोली, “बॉस, उसको मेरे बारे में पता चल चुका है, वो नहीं माना। मैंने उसके सामने सुधरने का नाटक भी किया वो फिर भी नहीं माना।”
अब्दुल्लाह – मुझे लगा ही था ऐसा कुछ होने वाला है। अब सही वक़्त है अपने पत्ते दिखाने का। अब भी ब्लाइंड खेलने के लिए कहोगी?
सिमरन – अब पत्ते दिखाने के सिवाय बचा ही क्या है? दिखा दो पत्ते।
अब्दुल्लाह ने अरुण को अपने पास बुलवाया और उसे बोला, “अरुण, क्या फैसला किया तुमने?”
“मैं मेरा फैसला बदलने वाला नहीं हूं।” अरुण बोला।
“ये देखने के बाद जरूर बदलोगे।” अब्दुल्लाह बोला और अपने सामने एक स्क्रीन पर एक वीडियो प्ले कर दिया।
ये तो अरुण ने जो मर्डर किया था, उसी का वीडियो था। अरुण इस वीडियो को देखते हुए बोला, “ये तुम्हारे पास कैसे आया?”
“हा हा हा, मेरा नेटवर्क बहुत बड़ा है बच्चे। अब अगर तुमने मेरा काम करने से मना किया तो मैं ये वीडियो पुलिस और मीडिया तक पहुंचा दूंगा।” अब्दुल्लाह बोला।
“प्लीज़ तुम ऐसा कुछ मत करना।” अरुण बोला।
“नहीं करूंगा, बस बदले में तुम मेरा काम करो।” अब्दुल्लाह बोला।
“ओके, मैं करूंगा! पर इसमें मेरा नाम बिल्कुल भी नहीं आना चाहिए।” अरुण बोला।
“नहीं आएगा, तुम टेंशन मत लो।
अब्दुल्लाह ने अरुण को ट्रेनिंग के लिए भेज दिया ताकि अरुण ये सब काम करते वक्त बिल्कुल भी गलती ना कर दे या किसी को भी बता ना दे। साथ ही उसको कॉन्फिडेंस के साथ झूठ बोलना भी सिखाना जरूरी था।
अगले दिन ट्रायल के लिए प्रोफेसर को अरुण के सामने भेजा।
प्रोफेसर – अरुण, कैसे हो।
अरुण – सर आप यहां, आपको भी यहां मेरी तरह लाए हैं।
प्रोफेसर – नहीं, मैं अपनी मर्जी से यहां आया हूं।
अरुण – मतलब आप इन सब से मिले हुए हो?
प्रोफेसर – हां, तुम्हें यहां किसलिए बुलाया गया है?
अरुण – ये लोग मुझे ब्लैकमेल करके मुझसे बॉम्ब ब्लास्ट करवाना चाहते हैं और मैंने हां कर दी है।
अरुण ने प्रोफेसर को पूरी बात बताई। इतने में अब्दुल्लाह आया और बोला, “वाह, किसी के भी सामने मुंह खोल दोगे?”
अरुण – नहीं, पर प्रोफेसर तो आपके ही आदमी हैं ना।
अब्दुल्लाह – हां, पर मेरे हर आदमी को उतनी ही बात बताई जाती है, जितनी उसके लिए जानना जरूरी हो, समझे।
प्रोफेसर – और अरुण, मुझे यहां तुम्हारे टेस्ट के लिए भेजा गया था, जिसमें तुम फैल हो गए। दुबारा तैयारी करो, बेस्ट ऑफ लक।
अरुण को फिर से पूरी तैयारी करवाई गई। इसके साथ साथ उसको कुछ हथियार चलाने की मामूली ट्रेनिंग दी गई। अब्दुल्लाह इस काम में कोई भी गड़बड़ी नहीं चाहता था। इसके साथ ही उसने अरुण को हमेशा उसके साथ काम करने का ऑफर दिया जिसको अरुण ने साफ मना कर दिया। अब अटैक वाला दिन आ गया था। एक बैग में बॉम्ब प्लांट करके अरुण को पकड़ा दिया और अब्दुल्लाह बोला, “घबराना मत, ये बॉम्ब एक्टिवेट नहीं है, तुम्हें बस बैग को छोड़कर निकल लेना है। बाकी सब मेरे आदमी देख लेंगे।”
अरुण बोला, “पर मैं उनको पहचानूंगा कैसे?”
अब्दुल्लाह बोला, “कोई जरूरत नहीं है उन्हें पहचानने की, वो तुम्हें पहचान लेंगे और तुम्हारे जाते ही बैग वहां से ले लेंगे।”
“ओके” अरुण बोला।
कहानी जारी रहेगी…
अच्छा तो उस दिन डीवीडी में ये था। क्या अब्दुल्लाह अपने मकसद में कामयाब हो पाएगा? या अरुण कुछ करेगा? जानने के लिए पढ़िए अगला पार्ट।
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